सुदर्शन चक्र | Sudarshan Chakra


नमस्कार मित्रों, आज के इस आर्टिकल में हम आपको Sudarshan Chakra से जुड़ी बातें बताएंगे कि भगवान Krishna के देह त्याग करने के बाद उनका सुदर्शन चक्र कहां गया और आज आपको सुदर्शन चक्र से जुड़ी काफी रोचक जानकारी प्राप्त होंगी |

आज के समय में Sudarshan Chakra के बारे में काफी लोगों ने सुना है | सुदर्शन चक्र भगवान विष्णु का एक ऐसा अस्त्र है जिसका प्रहार कभी खाली नहीं जाता | सुदर्शन चक्र की खासियत यह थी कि अगर एक बार भगवान विष्णु ने सुदर्शन चक्र का वार कर दिया तो वह सुदर्शन चक्र अपना काम पूरा करके ही भगवान विष्णु के पास वापस आता था | हम सभी लोग यह भी जानते हैं कि सुदर्शन चक्र भगवान krishna के भी पास था भगवान कृष्ण विष्णु के ही अवतार थे |


Sudarshan Chakra
Sudarshan Chakra



 भगवान कृष्ण ने सुदर्शन चक्र से काफी ऐसे काम किए पृथ्वी पर, जो कि पृथ्वी पर धर्म की स्थापना के लिए काफी जरूरी थे | मित्रों आज के समय में ज्यादातर लोग यह नहीं जानते कि भगवान कृष्ण के देह त्याग करने के बाद उनके सुदर्शन चक्र का क्या हुआ और कहाँ गया सुदर्शन चक्र |

Shri Krishna के देह त्याग के बाद उनके Sudarshan Chakra का क्या हुआ ?


मित्रों, महाभारत काल में भी Sudarshan Chakra का जिक्र बहुत बार हुआ है | सबसे पहले जिक्र हुआ था शिशुपाल की कहानी के दौरान, शिशुपाल भगवान कृष्ण का ही कोई रिश्तेदार था लेकिन भगवान कृष्ण ने उसे वचन दिया था कि वह उसकी १०० गलतियों को  माफ करेंगे और फिर जैसे ही शिशुपाल ने १०१ गलती की फिर भगवान् krishna ने अपने सुदर्शन चक्र से उसका वध कर दिया |

 दूसरी बार सुदर्शन चक्र का जिक्र हुआ था इंद्र और अर्जुन के युद्ध के दौरान, इंद्र ने गुस्से में अर्जुन के ऊपर बज्र से प्रहार कर दिया था और इधर अर्जुन ने भी दिव्यास्त्र से इंद्र के ऊपर प्रहार कर दिया था | फिर भगवान कृष्ण ने दोनों के प्रहार को रोकने के लिए सुदर्शन चक्र चलाया और दोनों का ही वार खाली चला गया | 

इससे यह पता चलता है कि भगवान श्री कृष्ण ने जिस किसी कार्य के लिए सुदर्शन चक्र का प्रयोग करते थे वह कार्य जरूर पूरा होता था | अब बात आती है कि सुदर्शन चक्र गया कहाँ , यह सब जानने के लिए पहले तो हमें यह अच्छी तरह से जानना होगा कि सुदर्शन चक्र क्या था ?

मित्रों शिव पुराण के अनुसार भगवान् शिव ने भगवान् विष्णु को सुदर्शन चक्र एक वरदान के रूप में दिया था और कहा था कि आप इसकी मदद से ही सारी दुनिया का पालन करेंगे | भगवान विष्णु ने उनसे यह सुदर्शन चक्र लिया और इस सृष्टि का उद्धार किया |

लेकिन अगर हम ऋग्वेद की तरफ आते हैं तो ऋग्वेद में इस चीज का उल्लेख है कि Sudarshan Chakra एक ऐसी शक्ति है जो भगवान विष्णु यानी कि भगवान कृष्ण के पास थी जिसके इस्तेमाल करने से भगवान विष्णु और भगवान कृष्ण  समय को रोककर समय के के साथ खेलकर काफी चीजें बदल देते थे | वे समय को रोककर किसी भी असुर या दानव को असहाय कर देते थे और फिर उसकी पराजय हो जाती थी |

 ऋग्वेद के अनुसार सुदर्शन चक्र एक ऐसी शक्ति बताई गई है जिसकी मदद से भगवान कृष्ण समय को रोक देते थे और समय से आगे भी चले जाते थे | 

समय को रोक देने वाला जिक्र महाभारत के युद्ध के दौरान भी हुआ था | भगवान कृष्ण ने समय को रोककर अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था महाभारत युद्ध के समय भगवान krishna ने समय को रोककर युद्ध के दौरान ही भीष्म पितामह को सही ज्ञान दिया था |

 तो दोस्तों हम यह मान सकते हैं कि सुदर्शन चक्र एक ऐसी शक्ति थी जिसकी मदद से भगवान कृष्ण इस तरह के काम करते थे | हमारे लिए यह बिल्कुल सही तरीके से समझ पाना मुश्किल है क्योंकि हम में से किसी ने भी यह देखा नहीं है | 

अगर दूसरे शब्दों में कहें और पुराणों की मानें तो हम यह कह सकते हैं कि सुदर्शन चक्र केवल एक अस्त्र या शस्त्र नहीं था बल्कि वह एक ऐसी शक्ति थी  जिसका उपयोग भगवान् विष्णु या उनके अवतार कर सकते थे | इसीलिए भगवान krishna के देह त्याग करने के बाद उनकी यह शक्ति यानी कि सुदर्शन चक्र पृथ्वी में समा गया था |

पुराणों में यह उल्लेख भी मिलता है कि Sudarshan chakra वापस आएगा और यह तब वापस आएगा जब भगवान कल्कि पृथ्वी पर अवतार लेंगे | भगवान कल्कि अवतार के साथ भगवान बजरंगबली और भगवान परशुराम भी इस पृथ्वी पर हम लोगों के सामने आएंगे और भगवान कल्कि का प्रशिक्षण करेंगे | फिर उसके बाद सुदर्शन चक्र का उपयोग करके भगवान कल्कि इस दुनिया से पापियों का वध करेंगे |

भगवान् कल्कि फिर एक बार सुदर्शन चक्र का प्रयोग करके इस धरती से पाप का विनाश करेंगे |

मित्रों आशा करता हूँ कि आपको Sudarshan Chakra से जुड़ी काफी अच्छी जानकारी मिल चुकी होगी | अगर आपको हमारी ये जानकारी पसंद आयी है तो फिर इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें |

मित्रों अगर आपके मन में हमारे इस आर्टिकल से जुड़ा कोई सवाल या कोई सुझाव हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं |

धन्यवाद 

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